प्रधानाचार्य का संदेश
प्रिय सज्जनों,
मुझे SSMIE & Hospital की वेबसाइट पर आपके साथ इलैक्ट्रोपैथी की संक्षिप्त जानकारी सांझा करते हुए अति हर्ष हो रहा है, जैसा कि ‘इलैक्ट्रोपैथी’ के नाम से इसका बिजली से संबंध होने का आभास होता है, जबकि बाहरी बिजली से इसका कोई संबंध नहीं है। यह यथार्थ में एक अद्भुत चिकित्सा पद्धति है जो कि पूर्ण रूप से औषधीय पेड़ पौधों पर ही आधारित है और जो मानव जाति को पुनः प्रकृति से जुड़ने का संदेश देती है। इलैक्ट्रोपैथी के जनक विद्वान ‘श्री मान काउंट सीजर मैटी’ जी का ये कथन एक बड़े वांछनीय परिवर्तन की ओर इशारा करता है, उन्होंने कहा था कि “मेरा विश्वास करना कि इलैक्ट्रो-होम्योपैथी, विश्व की पहली और अंतिम चिकित्सा पद्धति होगी जो पूर्ण रूप से औषधीय पेड़ पौधों पर ही आश्रित है और होनी भी चाहिए, क्योंकि हमारा भोजन पेड़ पौधें ही तो हैं तो रोग की चिकित्सा भी हमें औषधीय पेड़ पौधों से ही खोजनी है, तभी हम हमेशा अपने को निरोग व स्वस्थ रख सकते हैं” जहां एक तरफ इलैक्ट्रोपैथी औषधि बिजली की तेजी से रोगों का इलाज करने में सक्षम है, वहीं ये मानव शरीर में ‘Ionic imbalance’ के कारण पैदा हुए विकारों को, ions को संतुलित कर, विकारों से जल्दी निजात दिलाती है। श्री मान काउंट सीजर मैटी’ जी के मतानुसार हमारे शरीर में दो तरलों (रक्त एवं लिम्फ) के दूषित हो जाने से गंभीर बिमारियां जन्म लेती है, इलैक्ट्रोपैथी औषधि दोनों तरलों को शुद्ध कर इन बिमारियों का इलाज करती हैं।
हमारे इलैट्रोपेथिक चिकित्सकों के अनुभवों की तुलना में यह जानकारी अति सुक्ष्म है व सूर्य को दीपक दिखाने जैसा है। अंत में मै, जो भी अभ्यार्थी, इलैक्ट्रोपैथी जैसी महान् चिकित्सा पद्धति के माध्यम से मानव सेवा करना चाहते हैं और इस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, उनका हरियाणा की अग्रणी संस्था ‘ सुल्तान सिंह मैडिकल इंस्टिट्यूट ऑफ इलैक्ट्रोपैथी एण्ड हॉस्पिटल’ कापड़ीवास में हृदय से स्वागत करता हूं और ये भरोसा दिलाता हूं कि जिस विश्वास से आप इस संस्था से जुड़े हैं अथवा जुड़ने जा रहें हैं, उसे कभी टूटने नहीं देंगे।
आप सभी के सुखद भविष्य की कामना के साथ साथ इलैक्ट्रोपैथी को आगे बढ़ाने व अनुसंधान कार्यों में आपकी गरीमा पूर्ण सहभागिता के लिए बहुत बहुत आभार, हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ।
धन्यवाद
तुलाराम वर्मा